Sunday, March 21, 2010

प्रिये , तुम........love only you..........

प्रिये , तुम ! love only you......


प्रिये , तुम मुझको भरमाते हो ,
जीवन की अठखेलियों
करते पलो में आकर
मुझको तुम गुदगुदाते हो !
प्रिये , तुम ..................
निश्चल जीवन में
हिलोरे लेती उमगों की
पतवार हिला जाते हो
प्रिये , तुम ............
गुनगुनाते जीवन के
सपनो के आंचल को
लहरा कर चले जाते हो !
प्रिये , तुम मुझको भरमाते हो !

मंजु चौधरी

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