आज के इस दौर पर नजर डालो यारो ,
इस दौर में इन्सान होना गुनाह लगता है !
इस दौर में हौवानो की इक बस्ती है ,
बस्ती का चारो तरफ शोर बहुत है ,
इस दौर में इन्सान होना गुनाह लगता है !
इस दौर में धर्मो की इक बस्ती है ,
बस्ती का चारो तरफ खौफ बहुत है ,
इस दौर में इन्सान होना गुनाह लगता है !
कोई जाट , कोई सिख , कोई मराठा
कोई हिन्दू , मुस्लिम , सिख , ईसाई
सभी है भाई - भाई !
इबादतों का ये दौर खत्म समझो यारो ,
इस दौर में इन्सान होना गुनाह लगता है !
मंजु चौधरी
4 comments:
बिल्कुल सही कहा
Hi Manju
you said you are bold girl
and in this expressions is daur mein insaan hona gunah lagta hai
what i feel is daur mein insaan hona suhana lagta hai
rab ke liye kaha hai
jab tu hai mere paas
is daur mein insaan hona suhana lagta hai
Good hai Ji
nice
Post a Comment