Sunday, March 21, 2010

जय हिंद !!!!!!!!!!!!! Jai Hind......................

जय हिंद !!!!!!!!!!!!!

तलवार कभी रूकती नहीं
कलम कभी थकती नहीं
राज कभी झुकता नहीं
और
हम कभी रुकते नहीं
क्योकि हम है
भारत की आन, बान, शान
और
भारत की आवाज
नव भारत
जय हिंद

मंजु चौधरी

1 comment:

Anonymous said...

हे माँ भारती,
क्या कहू मई, क्या न कहू.
आज सोया है तेरा लाल,
सुनाई नहीं पड़ती उसे ललकार;
क्या सुनेगा तेरी पुकार.
निजी जिम्मेदारियो में घिरा है बिचारा,
हालत ने है उसको मारा.
लेकिन;
पता नहीं उसे पडोश के घर को लुंटनेवाला,
डालेगा कल उसके घर पे डाका.
चिंता नहीं उसे मगर, क्योंकि
आज तो मस्ती है उसे.
भौतिकता की इस अंधी दौड़ में,
हारकर भी नहीं थका है.
एक दिन मौत की कगार पे,
पुकार लेगा माँ तुजे.
जब याद करे तुजे है माँ तो मत सुनना.
मगर आखिर में माँ है तू, दौड़ी आयेगी.
यही जनता है यह कपूत तेरा.
इसलिए गहरी नींद में सोया हु मैं. 

प्रफुल्ल शर्मा.(one of your former FaceBook Friend)